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SAFF Football Under 16 Championship: मैतेई-कुकी साथ मिलकर लड़े, तो बांग्लादेश को धूल चटा भारत को फिर बनाया चैंपियन

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– भूटान में दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (SAFF) अंडर-16 चैंपियनशिप आयोजित

नागौर-मकराना (राजस्थान) के मोहम्मद कैफ के सेमिफाइनल में शानदार प्रदर्शन की बदौलत पहुंची थी भारतीय टीम फाइनल में। मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी बने कैफ

नारद स्पोर्टर्स डेस्क।

एक तरफ मणिपुर में जहां मैतेई और कुकी समुदायों के बीच वैमनस्य की चर्चाएं हर तरफ हो रही है, उन्हीं चर्चाओं को धत्ता बताकर एकजुटता का बड़ा संदेश दिया है इन दोनों ही समुदाय के खिलाड़ियों ने। जो भूटान में आयोजित दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघर (SAFF) अंडर-16 चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में साथ मिलकर बांग्लादेश की टीम से लड़े, तो भारत को फिर से चैंपियन बनाकर ही दम लिया। फाइनल मुकाबले की शुरुआत से ही भारतीय टीम विरोधी बांग्लादेशी टीम पर हावी रही। टीम इंडिया की ओर से 8वें मिनट में पहला गोल भरत ने कर दिखाया, तो वहीं दूसरा गोल 73वें मिनट में लेविस ने दूसरा गोल किया। इस बड़ी सफलता की नींव रखने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि नागौर के मकराना निवासी मोहम्मद कैफ हैं। सेमिफाइनल में जीत दिलाकर भारत को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका कैफ ने निभाई। वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने।

इस भारतीय टीम में शामिल भरत लायरेंजम मैतेई है, तो लेविस जांगमिनलुन कुकी समुदाय से है, लेकिन भारतीय टीम की जीत के साथ ही इन्होंने एक-दूसरे को गले लगाकर स्वत: ही एकजुटता का संदेश दे दिया।  उल्लेखनीय है कि इस भारतीय टीम में कुल 23 खिलाड़ियों में से 16 मणिपुर से थे, जिनमें 4 कुकी तथा 11 मैतेई व एक अन्य वर्ग से थे। भारतीय टीम की आर्गेनाइजेशन कमेटी में शामिल रहे अधिकारी राकेश सुथार कहते हैं कि खिलाड़ियों का जोश और जज्बा देखकर हर भारतीय को इन पर नाज होता है और खेल के मैदान में इन्हें देखना निश्चित रूप से गर्व का पल रहा। ये सभी खिलाड़ी जात-पात से परे सिर्फ भारतीय के रूप में न केवल साथ रहते हैं, बल्कि, खाना-पीना, उठना बैठना हर काम साथ मिलकर करते हैं।

भरत और लेविस के गोल से टीम बनी चैंपियन

अखिल मणिपुर फुटबॉल संघ (एएमएफए) के जनरल सैक्रेटरी लैरिक्येंगबाम ज्योतिर्मय रॉय कहते हैं कि खेल में जाति के लिए कोई स्थान नहीं है, ये इस टीम ने फिर से अपने खेल के माध्यम से साबित कर दिखाया है। टीम की इस जीत में बिष्णुपुर नंबोल के रहने वाले भरत ने 8 मिनट में पहला गोल किया, तो अंतिम दौर में लेविस जांगमिनलुन ने 73वें मिनट में दूसरा गोल कर बांग्लादेश को मात देने की पटकथा पूरी कर दी।

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