अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोप में जोधपुर की सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसमें आसाराम की दिनचर्या और जीवन दिख रहा है। यह फोटो आसाराम के समर्थक एक गुट ने ही जारी किए हैं। साधक सेवादल के नाम से जारी किए गए फोटो के साथ यह कहा जा रहा है कि बापू को इस स्थिति में पहुंचाने वाले उनके साथ रहने वाले लोग ही जिम्मेदार हैं।
जोधपुर जेल की जो फ़ोटो सामने आई है उसमें माना जा रहा है कि इनमें से एक फोटो सम्भवत: सजा मिलने से पहले की है। इस तस्वीर में आसाराम फर्श पर लेटे हुए है। एक फोटो में उनकी दवाइयां नजर आ रही है तो एक फोटो में आसाराम जेल के शौचालय के बाहर अपनी बारी का इंतजार करता नजर आ रहे है। इसके अलावा एक बैरक का फोटो है जिसमे दैनिक नित्य क्रिया करने की जगह नजर आ रही है। दरअसल पिछले लंबे समय से आसाराम के समर्थकों में आपस मे खींचतान चल रही है। एक गुट आरोप लगा रहा है कि अर्जुन जो आसाराम के लीगल टीम को कॉर्डिनेट करता है उसकी वजह से ही आसाराम को जमानत नहीं मिल रही है। जिसके चलते आसाराम को जेल में कष्ट भोगने पड़ रहे हैं। अगर सही तरीके से पैरवी की होती तो आसाराम जेल से बाहर होते। इसको लेकर सुमित ने बड़ा अभियान छेड़ रखा है। हाल ही में कुछ दिनों पहले जोधपुर में पोस्टर बाजी भी हुई थी और अब आसाराम के जेल के फोटो वायरल कर साधकों को यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि जो लोग आसाराम को बचाने में लगे हैं वही उसे फंसा रहे हैं।
हालांकि आसाराम के आश्रम की ओर से अभी तक इसको लेकर कोई बयान नही आया है। जब शहर में पोस्टर लगे थे तब आश्रम की ओर से कहा गया था कि इसको लेकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुमित ठाकुर जो हिंदू राष्ट्र सेना का सचिव भी है उसका कहना है कि आसाराम के साथ रहने वालों की वजह से ही यह स्थिति हुई है अन्यथा वह बाहर होते