– एमबीएम इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय परिसर में 17 सितंबर को दिखेगा स्वाभिमानी गर्ल्स का टेलेंट
नारद जोधपुर। अब वो जमाना नहीं रहा, कि पुरुष प्रधान समाज में नारी का कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं हो। आज के युग की नारी तो धरती से लेकर आसमान तक हर जगह अपने टेलेंट के बूते जगह बना रही है। ऐसे ही दौर में जोधपुर भी एक अनोखे कीर्तिमान का साक्षी बनने जा रहा है, जहां एक 10 साल की बच्ची के साथ अन्य गर्ल्स अपने खुद के बनाए 110 रोबोट्स (Robots) की परेड करके भारत का नक्शा प्रदर्शित करेंगी। यह सब कुछ होगा एमबीएम विश्वविद्यालय (MBM University) में और इसका बीड़ा उठाया है टिंकरटेकी (Tinkertechnie) के साथ मारवाड़ स्टार्टअप कम्यूनिटी (Marwar Startup Community) ने। इस ग्रुप की सबसे छोटी मेंबर है टिंकरटेकी की को-फाउंडर मनिष्का दुबे और हैदराबाद की प्रतिभावान चला श्री गौरी के इस अभूतपूर्व आयोजन को दिशा दे रहे हैं जोधपुर में रोबोटिक्स का जाना पहचाना नाम नारायण जांगिड़ और उनके साथियों का समूह।
कुछ महीने पहले 10 वर्ष की इनोवेटर मनिष्का दुबे और हैदराबाद की चला श्री गौरी ने मिलकर के एक नए स्टार्टअप टिंकर टेकी की शुरुआत की, जो मुख्य रूप से लड़कियों के लिए ही प्रौद्योगिकी एजुकेशन से संबंधित जागरुकता लाने में जुटी हैं। लड़कियों के लिए टिंकर टेकी समय समय पर फ्री वर्कशॉप करवाकर उन्हें टेक्निकल किट भी दिया जाता है।
मनिष्का के मेंटर नारायण जांगिड़ बताते हैं कि जोधपुर में कुछ स्टार्टअप्स ने मिलकर 4 महीने पहले एक ऐसे संगठन की शुरुआत की थी, जो प्रारंभिक स्तर पर स्टार्टअप को मार्गदर्शन या फंडिंग दिलाने में मदद करता है। जब मारवाड़ स्टार्टअप कम्युनिटी को टिंकर टेकी के विजन के बारे में पता चला तो मारवाड़ स्टार्टअप कम्युनिटी ने इस विजन को बड़े लेवल पर देखने के लिए एक पहल की और टिंकर टेकी के साथ मिलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अटेम्प्ट की नींव रखी। इस तरह मारवाड़ स्टार्टअप समुदाय के सदस्यों ने इस कार्यकर्म को बेहतर तरीके से कराने के लिए देश के प्रतिष्ठित संस्थान एमबीएम विश्वविद्यालय को साथ लेने का निर्णय लिया। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड अटेम्प्ट में कम से कम 110 लड़कियां अपने-अपने रोबोट्स के साथ मिलकर भारतीय नक्शे का निर्माण करेंगी। ये कार्यक्रम17 सितंबर को सुबह एमबीएम यूनिवर्सिटी में होगा। जिसका गवाह जोधपुर बनेगा।
#A unique record will be made in Jodhpur: a world record will be made by the parade of 110 robots made by just a 10-year-old girl and others