राजनीतिक तौर पर पहली बार उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया है। इसके राजनीतिक मायने काफी गहरे हैं। ठाकरे के आत्मविश्वास से ज़ाहिर है कि उनकी सरकार को कहीं से कोई खतरा नहीं है, और अब वे बीजेपी के दबाव में भी नहीं है। पेश है, इसी का विश्लेषण
और तो और एनसीबी ने अपनी जांच का दायरा क्या बढ़ाया, खान कुनबे की सांसें फूलने लगीं। कई और नए ड्रग पेडलर तक एनसीबी के हाथ पहुंचते ही आर्यन की जल्दी 'घरवापसी' की राह में कई नए रोड़े खड़े हो गए।
-कई मोर्चों पर कई - कई तरह के अलग अलग किस्म के राजनीतिक नुकसान भुगतने के बाद कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति तय करनेवालों और राजनीति का गुणा भाग समझाने वालों को आखिर यह तथ्य याद आ ही गया है कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुला ही ली जानी चाहिए। इस खबर को ऐसे भी देखा जा सकता है कि यह एक तरह का शुभ संकेत है कि कांग्रेस में असहमति की आवाजों को भी सुना जाने लगा है।