राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने आज राजीव गांधी विशेष योग्यजन संस्थान एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी निःशक्तजन प्रकोष्ठ की और से रामनिवास बाग में आयोजित पतंगोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान निःशक्तजन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण सैनी जी मौजूद रहें। इस मौके पर पायलट पतंगबाजी करते हुए भी दिखाई दिए। राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच पायलट को पतंगोत्सव कार्यक्रम शामिल होकर एक बार फिर इशारों में अटकलों को हवा दे दी है। बता दें राजस्थान की राजनीति में गहलोत और पायलट की खींचतान जगजाहिर है। हालांकि, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद पायलट कैंप की ओर से बयानबाजी का दौर फिलहाल थमा हुआ है। पायलट कैंप की ओर से बयानबाजी नहीं हो रही है, जबकि खुद पायलट भी चुप्पी साधे हुए है।
राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट अहम किरदार माने जाते हैं। ऐसे में पायलट जहां भी जाते हैं। चर्चा का विषय बन जाता है। वैसे भी पायलट अपने आवास पर आगंतुकों से दिनभर मिलने-जुलने के कार्यक्र में बिजी रहते हैं, लेकिन इस बीच पायलट ने कार्यक्रम में जाने का समय निकाल लिया। लोगों के आग्रह पर पायलट ने कुछ देर के लिए पतंगबाजी की। पेंच लड़ाए और पतंग काटी। मकर संक्रांति से पहले पायलट ने पतंगबाजी कर जमकर आनंद लिया। राजस्थान में विधानसभा चुनाव इसी साल के अंत में है। कांग्रेस में ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति का सिलसिला शुरू भी हो गया है। पार्टी ने 188 ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। हालांकि अभी करबी 212 ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति होना बाकी है।
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट को बराबर का वेटेज दिया था। राहुल गांधी दोनों ही नेताओं को पार्टी की धरोहर बता चुके हैं। यात्रा के बाद सचिन पायलट पूरी तरह से खामोश है। ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति में पायलट समर्थकों को खासी तरजीह दी गई है। माना जा रहा है कि पायलट कैंप के नेता अब नेतृत्व परिवर्तन की मांग नहीं करेंगे। क्योंकि चुनाव में अब मात्र एक साल का समय बचा है। ऐसे माना जा रहा है कि पायलट कैंप पूरी तरह से चुप रहेगा। हालांकि, विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर गहलोत-पायलट कैंप आमने-सामने हो सकते हैं।